IIT Bombay: आईआईटी बॉम्बे में काउंसलिंग की मदद लेने वाले छात्रों की संख्या बढ़ी, पिछले साल की तुलना में हुआ इतना इजाफा
IIT Bombay Counselling Cases: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में काउंसलिंग की मदद लेने वाले छात्रों की संख्या में पिछले साल की तुलना में काफी इजाफा हुआ है. जानिए क्या कहते हैं स्टूडेंट वेलनेस सेंटर द्वारा शेयर किए गए आंकड़ें.
IIT Bombay Counselling Cases As Reported By Students Wellness Centre: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बॉम्बे (IIT Bombay) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों से साफ हुआ है कि यहां काउंसलिंग लेने वाले छात्रों की संख्या में पिछले साल की तुलना में इस साल 100 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. ये डेटा संस्थान के स्टूडेंट वेलनेस सेंटर (IIT Bombay Student Wellness Centre) द्वारा इकट्ठा किया गया है. पिछले एकेडमिक सेशन यानी साल 2020-21 की तुलना में काउंसलिंग लेने वाले छात्रों की संख्या 2021-22 में डबल हो गई है. कोविड के समय में ऐसे छात्रों की संख्या बढ़ने से ये पता चल रहा है कि कैसे स्टूडेंट मेंटल हेल्थ और वेलनेस के प्रति जागरुक हो रहे हैं.
क्या कहते हैं आकंड़ें –
आईआईटी बॉम्बे के एसडब्ल्यूसी द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार पिछले साल जहां 310 छात्रों ने काउंसलिंग ली थी. वहीं इस साल ये संख्या 626 पहुंच गई. इनमें भी सबसे अधिक स्टूडेंट्स अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम से थे जिनकी संख्या थी 210. इसके अलावा 203 स्टूडेंट्स पीएचडी के थे.
क्या कहना है डीन का –
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बारे में डीन ऑफ स्टूडेंट्स अफेयर तपनेंदु कुंडु का कहना है कि, इस केसेस बढ़ने के रूप में न लेकर ऐसे लेना चाहिए कि ये अवेयरनेस बढ़ने का नतीजा है. ऐसे केसेस पहले भी होते होंगे लेकिन अच्छी बात ये है कि अब लोग मदद लेने के लिए आगे आ रहे हैं.
स्टूडेंट वेलनेस सेंटर ने की मदद –
उन्होंने आगे बताया कि महामारी के दौरानब बहुत से छात्र स्टूडेंट वेलनेस सेंटर की मदद के लिए पहुंचे थे. इसे देखते हुए यहां सुविधाएं भी बढ़ाई गई हैं. वन ऑन वन काउंसलिंग के साथ ही 24 घंटे काउंसलिंग की सुविधा उपलब्ध होने के अलावा यहां मेंटल हेल्थ को लेकर जागरुकता फैलाने का भी काम किया गया है.
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